अकेला
भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी संजय कुमार सिंह का नाम पहली बार लोगों ने तब सुना जब उन्होंने हिंदी फिल्मों के अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स गिरफ्तारी मामले में क्लीन चिट दे दी। पिछले हफ्ते दूसरी बार उनका नाम तब चर्चा में आया जब उन्होंने पुलिस सर्विस से VRS ले ली। अब तीसरी बार ABI उनको पॉपुलर कर रहा है। उनके पास अचानक आए रुपयों को लेकर। संजय सिंह ने अपने बेटे के MBBS के एडमिशन में एक साल के अंतराल में साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च किए। नवी मुंबई में उन्होंने एक 4BHK फ्लैट भी खरीदा है।
इसके पहले के अंक में ABI ने लिखा था कि IPS ज्ञानेश्वर सिंह गुजरात (अहमदाबाद) सरकारी दौरे पर गए और वहां पांच सितारा होटल ITC Narmada में रुके। वहां उन्होंने मुंबई की एक कॉलगर्ल परमिता भौमिक के साथ तीन रातें गुजारीं। ये वही ज्ञानेश्वर सिंह हैं जो एक ही दिन में जम्मू कश्मीर, दिल्ली और लखनऊ में एक साथ उपस्थित थे। सरकारी कागजों पर। ज्ञानेश्वर सिंह ने सरकारी रूल्स एंड रेगुलेशंस की वाट लगाकर रख दी।
ज्ञानेश्वर सिंह 1999 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के IPS हैं और इस वक्त नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB), दिल्ली में डेप्युटी डायरेक्टर जनरल (DDG) हैं। माना जाता है कि ABI की शिकायत और न्यूज़ प्रकाशन के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ज्ञानेश्वर सिंह से NCB का CVO पद छीन लिया।
अब संजय सिंह की कहानी पढ़िए। वर्ष 1996 बैच के उड़ीसा कैडर के IPS संजय सिंह ज्ञानेश्वर सिंह के मातहत दिल्ली में काम करते थे। NCB मुंबई के जोनल अधिकारी रहे समीर वानखेड़े ने समुद्री जहाज पर ड्रग्स की पार्टी करने जा रहे शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया था तो उस केस को संभालने के लिए ज्ञानेश्वर सिंह ने संजय सिंह को मुंबई स्थानांतरित कर दिया। अब वे NCB में West India के प्रभारी हैं। ज्ञानेश्वर सिंह ने जिस उम्मीद और भरोसे के साथ संजय सिंह को मुंबई भेजा था उसे उन्होंने बखूबी निभाया। आर्यन खान को क्लीन चिट दे दी।
संजय सिंह ने वर्ष 2022 में अपने बेटे सक्षम सिंह का जयपुर मेडिकल कॉलेज में MBBS प्रथम वर्ष में एडमिशन करवाया। इसके लिए उन्होंने एक करोड़ रुपए चेक से फीस अदा की। बेटे को जबरदस्ती डॉक्टर बनाने पर तुले संजय सिंह को मानसिक आघात लगा। सक्षम सिंह उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। उसको बहुत कम मार्क्स मिले। लगभग फेल जैसी स्थिति थी। इसके बाद वर्ष 2023 में MBBS द्वितीय वर्ष के लिए उन्होंने नेरुल, नवी मुंबई के डॉ. डी. वाय. पाटिल मेडिकल कॉलेज में उसका एडमिशन दिलवाया। लो मार्क्स की वजह से डॉ. डी. वाय. पाटिल जैसे महंगे कॉलेज में एडमिशन संभव नहीं है। इसलिए उन्होंने विजय नामक एक दलाल को पकड़ा और मैनेजमेंट कोटे में एडमिशन दिलवा दिया। महत्वपूर्ण है कि संजय सिंह ने इसके लिए 1 करोड़ 20 लाख रुपए फीस चेक से अदा की। 35 लाख रुपए उन्होंने दलाल विजय और अन्य फॉरमैलिटीज में खर्च किया। मतलब एक वर्ष के अंतराल में संजय सिंह ने बेटे की ढाई करोड़ रुपए फीस अदा की, वो भी चेक से।
इतना ही नहीं। वर्ष 2023 में कलंबोली, नवी मुंबई के अति पॉश प्रोजेक्ट द स्प्रिंग्स (The Springs) में संजय सिंह ने एक 4BHK फ्लैट खरीदा है। इस फ्लैट की कीमत साढ़े तीन करोड़ रुपए बताई जा रही है। महीनों से इंटीरियर का काम चल रहा है। अंदाज़ा है कि 50 लाख रुपए इंटीरियर पर खर्च होंगे। यहां संजय सिंह ने थोड़ी चालाकी दिखाई। फ्लैट की रजिस्ट्री अपने नाम न कराके अपने किसी रिश्तेदार के नाम कराई है। यानी बेनामी।
रही बात द स्प्रिंग्स प्रोजेक्ट की तो ये बहुत ही विवादित है। प्रोजेक्ट पूरी तरह कंप्लीट है लेकिन अभी तक इसको OC नहीं मिली है। जब यह प्रोजेक्ट बन रहा था तब कुछ लोगों ने इसकी अवैधता को लेकर आवाज़ उठाई थी। शिकायतें की थीं। तब उन लोगों को यह कहकर चुप करा दिया गया था कि यह प्रोजेक्ट सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का है। प्रोजेक्ट पूरी तरह अवैध है।
सवाल है कि एक IPS अधिकारी (संजय कुमार सिंह)- जिसकी सैलरी फिक्स होती है- के पास एक साल के अंदर 6 करोड़ रुपए कहां से आए?
एक घटना का ज़िक्र करना ज़रूरी है कि तलोजा में CRPF कैंप के पास शाहरुख खान, आर्यन खान, पूजा ददलानी और संजय सिंह की एक मीटिंग हुई थी। पहले की खबरों में ABI ने इस मीटिंग का कई बार ज़िक्र किया है। द स्प्रिंग्स प्रोजेक्ट CRPF कैंप के नज़दीक है।
इस घटना का भी ज़िक्र ज़रूरी है कि ABI महीनों से ज्ञानेश्वर सिंह और संजय सिंह की इन करतूतों की डिटेल्स इकट्ठा कर रहा था तो दोनों को इसकी भनक लग गई। संजय सिंह ने तीन महीने पहले ही VRS के लिए अप्लाई कर दिया था, जिसे उड़ीसा सरकार ने अभी मंज़ूर कर लिया। संजय सिंह की सर्विस मात्र छह महीने ही बची थी।
संजय सिंह के बेटे सक्षम सिंह के एडमिशन में ढाई करोड़ रुपए और द स्प्रिंग्स प्रोजेक्ट में 4BHK फ्लैट की खरीदी में 4 करोड़ रुपए खर्च करने की जानकारी ABI ने प्रधान मंत्री कार्यालय, गृह मंत्री कार्यालय, गृह सचिव कार्यालय, केंद्रीय सतर्कता आयोग, सीबीआई, एनसीबी और मुख्य सचिव- उड़ीसा प्रदेश सरकार जैसे सभी महत्वपूर्ण विभागों को लिखित में दे दी है। जारी…
Sanjay Singh and Huneshwar Singh must be dismissed from service and both must be prosecuted for dereliction of duty, cheating and taking the bribe. Aryan Khan drug case must be reopened and Sameer Wankhade must be awarded.